इसका लक्ष्य नियमित आधार पर प्रयोगशालाओं के माध्यम से SARS-CoV-2 में जिनोमिक वेरिएशन की निगरानी करना है।
इसमें भारत के 10 लैब शामिल है
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, आईसीएमआर और सीएसआईआर के साथ जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा समन्वय करके INSACOG की कार्य नीति और रोड मैप को तैयार किया गया है।
यह देश के भीतर SARS-CoV-2 के नए वेरिएंट की स्थिति का पता लगाएगा।
इसमें उच्च स्तरीय अंतर मंत्रालय संचालन समिति होगी जो विशेषक नीतिगत मामलों के लिए कंसोर्टियम को मार्गदर्शन प्रदान करेंगी और निगरानी करेगी।
इसमें वैज्ञानिक और तकनीकी मार्गदर्शन के लिए वैज्ञानिक सलाहकार समूह भी होगा।
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