लेफ्टिनेंट जनरल अनिल चौहान देश के अगले चीफ आफ डिफेंस स्टाफ (CDS) नियुक्त किए गए हैं।
CDS का पद वर्ष 2019 में सृजित किया गया था। वह सेना, नौसेना और वायु सेना का प्रमुख होता है। वह एक फोर स्टार सैन्य अधिकारी होता है।
CDS पद के लिए पहला प्रस्ताव कारगिल समीक्षा समिति (2000) ने दिया था। बाद में रक्षा और सुरक्षा पर नरेश चंद्र समिति (2011) तथा शेकटकर समिति (2016) में भी CDS पद के सृजन का विचार प्रस्तुत किया गया था।
पात्रता : 62 वर्ष से कम आयु का कोई भी सेवारत या सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल, एयर मार्शल और वाइस एडमिरल इस पद पर नियुक्ति के लिए पात्र हैं।
कार्यकाल : केंद्र सरकार सीडीएस के कार्यकाल को बढ़ाकर अधिकतम 65 वर्ष की आयु तक कर सकती है।
CDS की भूमिकाएं और शक्तियां
CDS रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत सैन्य विभाग का प्रमुख होता है। वह इसके सचिव के रूप में कार्य करता है।
CDS मौजूदा चीफ ऑफ़ डिफेन्स स्टाफ कमेटी का स्थायी अध्यक्ष होता है। इसके अलावा, वह रक्षा अधिग्रहण परिषद और योजना समिति का भी सदस्य होता है।
CDS तीनों सेनाओं से संबंधित सभी मामलों पर रक्षा मंत्री का प्रमुख सैन्य सलाहकार भी है। वह परमाणु कमान प्राधिकरण के सैन्य सलाहकार के रूप में भी कार्य करता है।
CDS के पद का महत्व
वह ऑपरेशंस, लॉजिस्टिक्स, परिवहन, प्रशिक्षण आदि में संयुक्त समन्वय स्थापित करता है।
वह सरकार और सशस्त्र बल के बीच समन्वय को मजबूत बनाता है।
वह तीनों सेनाओं द्वारा स्वदेशी उपकरणों के उपयोग को बढ़ावा देते हैं।
वह भारतीय सशस्त्र बलों को एकीकृत थिएटर कमान में पुनर्गठित करने का प्रयास करता है।
उन देशों की सूची जहां CDS पद मौजूद है
- द चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, इटली
- द चीफ ऑफ स्टाफ ऑफ द आर्मीज, फ़्रांस
- द चीफ ऑफ द जनरल स्टाफ, चीन
- द चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ, स्पेन
- द चीफ ऑफ द डिफेंस स्टाफ, यूनाइटेड किंग्डम
- चीफ ऑफ द डिफेंस स्टाफ, कनाडा
- चीफ ऑफ स्टाफ, जॉइंट स्टाफ, जापान
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