चंद्रमा की उत्पत्ति से जुड़ी नई परिकल्पना
- 1970 के दशक के मध्य से खगोलविदों की यह मान्यता रही है कि चंद्रमा 'पृथ्वी और थिया' नामक एक प्राचीन मंगल के आकार के प्रोटोप्लैनेट के बीच टकराव से निर्मित हुआ है।
- विगत सिद्धांतों के अनुसार चंद्रमा का निर्माण इस प्रकार के महीनों या वर्षों बाद पिघलते हुए थिया के मलबे के क्रमिक जमाव से हुआ है।
- एक नई परिकल्पना से ज्ञात हुआ है कि चंद्रमा की उत्पत्ति धीमी और क्रमिक प्रक्रिया नहीं हो सकती, बल्कि यह कुछ ही घंटों में घटित प्रक्रिया है। यह नई परिकल्पना सुपर कंप्यूटर सिमुलेशन पर आधारित है।
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