इसे ऊंचाई वाले जोजिला सुरंग और जेड-मोड़ के बीच 18 किलोमीटर के इलाके में बसाने की योजना है।
यह विश्वा स्तर कि परियोजना होगी। इससे रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे, और स्थानीय लोगों को इससे फायदा होगा।
जोजिला दर्रा समुद्र तल से 11,578 किलोमीटर की ऊंचाई पर श्रीनगर-कारगिल-लेह मार्ग पर पड़ता है।
इस परियोजना को 6 साल में पूरा करने का लक्ष्य है। इसका मानचित्र स्विट्जरलैंड के किसी वस्तुकार से बनवाया जाएगा। जोजिला सुरंग का निर्माण हो रहा है और इसके बन जाने पर यह एशिया में सबसे बड़ी सुरंग होगी।
गडकरी ने अक्टूबर में इस सुरंग का उद्घाटन किया था। इसके बन जाने से श्रीनगर और लेह के बीच रास्ता साल भर सुगम हो जाएगा और समय की भी बचत होगी।
सुरंग पर 11,000 करोड रुपए की लागत आने का अनुमान है।
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