विदेशमंत्री डॉ. एस जयशंकर अपने व्यस्त कार्यक्रमों के बावजूद अपने लेखन कार्य को आगे बढ़ाते रहते हैं। इस क्रम में The India way के बाद उनकी अगली किताब ‘Why Bharat matters’ खूब चर्चा में है। बता दें कि 3 जनवरी, 2024 को,"व्हाई भारत मैटर्स" पुस्तक का विमोचन किया गया था।
इस पुस्तक में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय संबंधों को महाकाव्य रामायण के उदाहरणों और चरित्रों के जरिए बडे़ ही रोचक ढंग से भू -राजनीति की जटिल दुनिया को आसानी से समझाने की कोशिश की है।
कोविड महामारी , रूस- यूक्रेन और पश्चिम एशिया में चल रहे हमास इजराइल संघर्ष,जलवायु परिवर्तन कट्टरपंथ और आतंकवाद पर गहन चर्चा की गई है। किताब में जटिल भू-राजनीतिक जैसे चीन का उदय, रूस की रणनीति, वैश्वीकरण का प्रभाव और नई प्रौद्योगिकियों की शक्ति आदि पर भी काफी विस्तार से चर्चा की गई है।
भारत की भूमिका विश्व मित्र के रूप में
किताब के मुताबिक, भारत दुनिया की एक अग्रणी शक्ति बनने की ओर अग्रसर है। 'विश्व मित्र' के रूप में यह वैश्विक दक्षिण की भलाई चाहता है और वैश्विक भलाई में अपना बहुमूल्य योगदान दे रहा है।
भारत भविष्य में आने वाली जिम्मेदारियों और अवसरों को स्वीकार करने के लिए तैयार है। अमृत काल में प्रवेश करते हुए भारत अपनी परंपरा और विरासत के प्रति सच्चा रहते हुए विकास और प्रगति के युग की कल्पना करता है।
'व्हाई भारत मैटर्स' में एस जयशंकर का तर्क है कि जहां उभरती शक्तियों को सबसे अधिक स्थिरता की जरूरत होती है। ऐसे में भारत को किसी अप्रत्याशित अस्थिरता से उभरने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए।
नागरिकों के लिए विदेश नीति का महत्व बढ़ा
डॉ.एस.जयशंकर अपनी किताब में बताते हैं कि तेजी से वैश्वीकृत होती दुनिया में विदेश नीति सभी नागरिकों के लिए उनके दैनिक जीवन में भी खूब मायने रखने लगी है।
विदेशमंत्री डॉ.एस. जयशंकर द्वारा लिखित "व्हाई भारत मैटर्स" समकालीन दुनिया में भारत के महत्व को बताने के मामले में एक बेहतरीन किताब है।
भू-राजनीति, अर्थशास्त्र, संस्कृति और इतिहास को ध्यान में रखते हुए लेखक ने वैश्विक मंच पर भारत की भूमिका पर एक सूक्ष्म और व्यापक दृष्टिकोण सामने रखा है।
वैश्विक दुनिया की समकालीन वास्तविकता को समझने और उस पर गंभीरता से विचार करने के मामले में यह किताब खूब सहायक है।
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