समसामयिकी || 27 जनवरी, 2020

1. कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त बने बिसारिय
1987 बैच के आइएफएस अधिकारी अजय बिसारिया को कनाडा में भारत के अगले उच्चायुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है। इससे पहले बिसारिया पाकिस्तान में भारतीय उच्चायुक्त थे।




2. गोपाल बागले श्रीलंका में भारतीय उच्चायुक्त नियुक्त
1992 बैच के भारतीय विदेश सेवा के अधिकारी गोपाल बागले को श्रीलंका में भारत के उच्चायुक्त नियुक्त किया गया है। बागले तरनजीत सिंह संधू की जगह लेंगे।




3. पाकिस्तान ने डिड्डों से जंग को राष्ट्रीय आपदा घोषित किया
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में बड़े पैमाने पर फसलों को बर्बाद कर रहे डिड्डों की समस्या को राष्ट्रीय आपदा घोषित कर दिया है। 
पंजाब प्रांत देश में कृषि उपज का मुख्य स्रोत हैं। पाकिस्तान बीते दशकों के सबसे बुरे किट हमले का सामना कर रहा है।




4. यूनान की संसद ने पहली महिला राष्ट्रपति चुना
यूनान की संसद ने देश के इतिहास में 22 जनवरी को पहली महिला राष्ट्रपति को निर्वाचित किया है जो एक वरिष्ठ न्यायधीश हैं। उनका नाम 'एकातेरिनी सकेलारोपोउलोउ' है जो 63 वर्ष की है। 

यूनान की राजधानी एथेंस है। यह एक गणतंत्रात्मक देश है। इसे पश्चिमी भाषाओं में ग्रीस भी कहा जाता है। यहां की मुद्रा यूरो है।





5.  बाल शक्ति पुरस्कार 2020
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 49 बालवीर बच्चों को 'बाल शक्ति पुरस्कार 2020' से सम्मानित किया है। यह सभी बच्चे 5 से 18 वर्ष के हैं। 

इसके तहत एक पदक, एक लाख़ का नगद पुरस्कार, एक प्रमाण पत्र और एक प्रशस्ति पत्र दिया गया। बाल शक्ति पुरस्कार नवाचार, समाज सेवा, शैक्षिक, खेल, कला व संस्कृति और बहादुरी के क्षेत्र में बच्चों को दिया जाता है।







6. खेलो इंडिया युवा खेल
खेलो इंडिया युवा खेल का तीसरा संस्करण 22 जनवरी को संपन्न हो गया।

इस खेल में महाराष्ट्र चैंपियन रहा। महाराष्ट्र ने कुल 256 पदकों (78 स्वर्ण, 77 रजत और 101 कांस्य) के साथ पहला स्थान प्राप्त किया। 

हरियाणा 200 पदकों (68 स्वर्ण, 60 रजत और 72 कांस्य) के साथ दूसरा नंबर प्राप्त किया।

दिल्ली 122 पदकों (39 स्वर्ण, 36 रजत और 45 कांस्य) के साथ तीसरे स्थान पर है। 

यह खेल का तीसरा संस्करण गुवाहाटी के इंदिरा गांधी स्टेडियम में 10 से 22 जनवरी तक खेला गया।




7. लोकतंत्र सूचकांक में भारत 51वें पायदान पर
 द इकोनॉमिक इंटेलिजेंस यूनिट (ईआइयू) द्वारा जारी 2019 के लिए लोकतंत्र सूचकांक की वैश्विक सूची में भारत 10 स्थान लुढ़क कर 51 वें पायदान पर आ गया है। 

इस गिरावट का मुख्य वजह 'नागरिक स्वतंत्रता का क्षरण' बताया गया है। 

भारत का 2018 में 7.23 अंक था जो अब घटकर 6.90 रह गया है। 

यह सूचकांक पांच श्रेणियों आधारित है - चुनाव प्रक्रिया और बहुलतावाद, सरकार का कामकाज, राजनीतिक भागीदारी, राजनीतिक संस्कृति और नागरिक स्वतंत्रता।

कुल 165 देशों की सूची में चीन 153 वें, पाकिस्तान 108 वें, श्रीलंका 69 वें और बांग्लादेश 80 वें स्थान पर है। इस सूची में नार्वे शीर्ष पर है जबकि उत्तर कोरिया 167 वें स्थान के साथ सबसे नीचे हैं।

इनके कुल अंकों के आधार पर चार प्रकार के शासन में वर्गीकृत किया जाता है- 
1- पूर्ण लोकतंत्र (8 से ज्यादा अंक हासिल करने वाले)
2- त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र (6 से ज्यादा लेकिन 8 या 8 से कम अंक वाले)
3- संकर शासन (4 से ज्यादा लेकिन 6 या 6 से कम अंक वाले)
4- सत्तावादी शासन (4 या उससे कम अंक वाले)

भारत को "त्रुटिपूर्ण लोकतंत्र' में शामिल किया गया है।

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