1. भारत और रूस की रक्षा कंपनियों के बीच 14 समझौते
लखनऊ में हो रहे डिफेंस एक्सपो के दूसरे दिन भारत और रूस के रक्षा कंपनियों के बीच अस्त्र और सैन्य प्रणालियों के कल पुर्जे बनाने के लिए 14 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए हैं।
2. अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री पृथ्वी पर लौटी
नासा के अंतरिक्ष यात्री क्रिस्टीना कोच, यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी के लुका परमितानो और रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के एलेग्जेंडर सकोवोर्त्सोव अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (आइआइएस) से पृथ्वी पर सुरक्षित लौट आई है। ये लोग कजाकिस्तान में उतरे हैं।
कोच अंतरिक्ष में 328 दिन तक गुजारे। इस दौरान वह 6 बार अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकल कर चहलकदमी की। वह बाहर 42 घंटे 15 मिनट बिताए। इस दौरान कोच पृथ्वी के 5248 चक्कर लगाए और 13.9 करोड़ किमी की यात्रा की।
अंतरिक्ष में कोच का यह मिशन किसी महिला का अब तक का सबसे लंबा मिशन है।
3. थैलाटोसॉरस
यूनिवर्सिटी ऑफ अलास्का फेयर बैंक के वैज्ञानिकों ने समुद्री सरीसृप की नई प्रजाति 'थैलाटोसॉरस' की खोज की है जो 20 करोड़ों साल पहले समुद्र में रहते थे।
वैज्ञानिकों को 2011 में दक्षिण पूर्व अलास्का में इसका जीवाश्म मिला था। यह खोज साइंटिफिक रिपोर्ट्स पत्रिका में प्रकाशित हुआ है। वैज्ञानिकों का दावा है कि 'थैलाटोसॉरस' समुद्री सरीसृप है जो दुनिया भर के भूमध्य रेखीय सागरों में रहते थे।
4. अंतर्राष्ट्रीय बौद्धिक संपदा सूचकांक 2020
हाल ही में अमेरिकी चेंबर ऑफ कॉमर्स के ग्लोबल इनोवेशन पॉलिसी सेंटर (जीआईपीसी) ने इंटरनेशनल इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी इंडेक्स 2020 जारी किया।
यह इस इंडेक्स का आठवां संस्करण है। 2012 से इसे प्रकाशित किया जा रहा है। इस साल के इंटेक्स में 53 देशों को शामिल किया गया। इसमें 95.28% स्कोर के साथ अमेरिका को पहला स्थान मिला है। वहीं भारत को 40 वां स्थान प्राप्त हुआ है जबकि पिछले साल भारत को 50 देशों की सूची में 36 वां स्थान प्राप्त हुआ था।
5. जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट
जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट का संचालन विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत किया जाएगा।
दरअसल सरकार ने एक महत्वाकांक्षी जीन मैपिंग परियोजना को मंजूरी दी है। यह परियोजना अपने पैमाने और विविधता के कारण दुनिया में अपनी तरह की सबसे महत्वपूर्ण परियोजना है। इससे अनुवांशिकी अध्ययन में सहायता ली जाएगी।
238 करोड़ की इस प्रोजेक्ट में भारतीय विज्ञान संस्थान और कुछ आईआईटी संस्थानों समेत 20 संस्थान शामिल होंगे। भारतीय विज्ञान संस्थान एक स्वायत्त नोडल सेंटर के रूप में इसमें काम करेगा।
6. International religious freedom Alliance
हाल ही में अमेरिका ने इंटरनेशनल रिलिजियस फ्रीडम अलायंस के गठन की घोषणा की है।
इस अलायंस में ऑस्ट्रिया, ब्राजील, इजराइल, युक्रेन, नीदरलैंड, ग्रीस और यूके जैसे कुल 27 देश शामिल होंगे। इस अलायंस में वैश्विक स्तर पर धार्मिक स्वतंत्रता को संरक्षित और परिरक्षित करने के लिए एक सामूहिक दृश्टिकोण को अपनाया जाएगा।
पोलैंड इसके अगले मिनिस्ट्रियल टू एडवांस रिलिजियस फ्रीडम की मेजबानी करेगा। इसका आयोजन 14 से 16 जुलाई 2020 के बीच पोलैंड के वार्सा शहर में होगा।
7. पांच आईआईआईटी (IIITs) संस्थानों को राष्ट्रीय महत्व के संस्थान का दर्जा
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने पांच आईआईआईटी संस्थानों को राष्ट्रीय महत्व की संस्थान का दर्जा देने को मंजूरी दी है। यह आईआईआईटी पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) के तहत संचालित की जा रही हैं।
इस फैसले के बाद ये संस्थाएं भी बीटेक, एमटेक और पीएचडी की डिग्री दे सकेंगे। इसके लिए सरकार ने "आईआईआईटी लॉ (अमेंडमेंट) बिल 2020" को भी मंजूरी दे दी है। इसमें आईआईआईटी-सूरत, आईआईआईटी-भोपाल, आईआईआईटी-भागलपुर, आईआईआईटी-अगरतला और आईआईआईटी- रायचुर शामिल है।
8. 22वें इंडिया इंटरनेशनल सी-फूड शो का आयोजन
22 वें इंडिया इंटरनेशनल सी-फूड शो का आयोजन कोच्चि (केरल) में किया जा रहा है।
कोच्चि में यह आयोजन 12 साल बाद फिर से आयोजित हो रहा है। भारत के समुद्री उत्पाद का निर्यात 2012-13 में 4 बिलियन डॉलर के मुकाबले 2018-19 में बढ़कर 6.7 बिलियन डॉलर का हो गया है।
समुद्री उत्पादों में सबसे ज्यादा निर्यात झींगे की होती है और भारत सबसे ज्यादा निर्यात अमेरिका को करता है।
9. ड्रोन (UAV) के लिए समझौता
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड ने ड्रोन (UAV) के विकास के लिए इजरायल की एक फर्म के साथ समझौता किया है।
इस का उद्देश्य समुद्री वह भूमि आधारित सैन्य अभियानों के लिए वर्टिकल टेक ऑफ एंड लैंडिंग (VTOL) UAV के संयुक्त विकास के लिए विजिबिलिटी का आकलन करना है।
10. लखनऊ घोषणा पत्र
रक्षा सहयोग बढ़ाने के लिए भारत ने 50 अफ़्रीकी देशों के साथ 'लखनऊ घोषणा पत्र' स्वीकार किया है।
यह घोषणा पत्र लखनऊ में संपन्न हुए 'डिफेंस एक्सपो' में फर्स्ट इंडिया-अफ्रीका डिफेंस मिनिस्टर कांक्लेव 2020 में अपनाया गया। यह लखनऊ में संपन्न हुए डिफिक्सपो 2020 का ही हिस्सा था।
इस कॉनक्लेव में अफ्रीकी महाद्वीप के 14 अफ्रीकी देशों के रक्षा मंत्रियों समेत 154 प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया। ऐसा पहली बार है जब भारत के किसी डिफ़ेंस एक्सपो में अफ़्रीकी देशों के साथ रक्षा सहयोग की संभावनाएं तलाशने के लिए कॉनक्लेव हुआ है।
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