बृहस्पति, सौर मंडल में सबसे अधिक चंद्रमा वाला ग्रह बन गया है। 12 नये चंद्रमाओं की खोज के साथ इसके वर्तमान में 92 चंद्रमा हो गए हैं। इससे पहले सर्वाधिक चंद्रमा शनि ग्रह (83 चन्द्रमा) के थे।
बृहस्पति सौर मंडल में गैलीलियो द्वारा खोजे गए ऐसे पहले चंद्रमाओं का ग्रह है, जो न तो सूर्य की परिक्रमा कर रहे थे तथा न ही पृथ्वी की। बृहस्पति ग्रह एक लघु सौर मंडल की तरह कार्य करता है।
बृहस्पति के चार सबसे बड़े चंद्रमाओं; आयो, यूरोपा, गेनीमेड और कैलिस्टो को गैलीलियन उपग्रह कहा जाता है।
- आयो सौर मंडल में सबसे अधिक ज्वालामुखीय रूप से सक्रिय पिंड है।
- यूरोपा की अधिकांश सतह पर तरल बर्फ है।
- गेनीमेड सौरमंडल का सबसे बड़ा चंद्रमा है। यह एकमात्र ऐसा ज्ञात चंद्रमा भी है, जिसके पास अपना स्वयं का आंतरिक रूप से उत्पन्न चुंबकीय क्षेत्र है।
- कैलिस्टो की सतह अत्यंत भारी गड्डों वाली ( क्रेटर युक्त) और प्राचीन है।
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