बिहार चुनाव 2020 : महत्वपूर्ण तथ्य

तैयारी
इस बार 1.06 लाख मतदान केंद्र बनाए गए थे, जबकि 2015 में यह 65000 था।

इस बार 63 फीसद अधिक ईवीएम का इस्तेमाल किया गया।

मतदाताओं की कुल संख्या करीब 7.3 करोड़ है जिसमें से 57.09 फीसद लोगों ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया है।

तीन चरणों में हुए चुनाव में करीब 4.16 करोड़ मत पड़े।

परिणाम (Result)
राष्ट्रीय जनता दल (RJD) 75 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी बनी है, दूसरे नंबर पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) 74 सीटें और तीसरे नंबर पर जनता दल (यूनाइटेड) 43 सीटें जीती है।

एनडीए को 125 सीटें, महागठबंधन को 110 सीटें और अन्य/स्वतंत्र को 8 सीटें मिली हैं।

महागठबंधन के नेता हैं- तेजस्वी यादव, जबकि एनडीए बीजेपी और जेडीयू से मिलकर (गठबंधन) से बनी है, जिसमें बीजेपी के नेता सुशील कुमार मोदी हैं जबकि जेडीयू के नेता नीतीश कुमार है।

बिहार विधान सभा
बिहार विधानसभा की कुल सीटें 243 है। अतः सरकार बनाने के लिए कम से कम 122 सीटें आवश्यक है।

निर्वाचन आयोग (Election Commission)
राज्य का मुख्य चुनाव अधिकारी एच.आर. श्रीनिवास है।

जबकि भारत का मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुनील अरोड़ा है।

संविधान के अनुच्छेद-324 में चुनाव आयोग के संबंध में उपबंध किए गए हैं।

निर्वाचन आयोग में कुल 3 आयुक्त होते हैं जिनमें मुख्य निर्वाचन आयुक्त और दो अन्य आयुक्त होते हैं। 

इनकी नियुक्ति राष्ट्रपति द्वारा की जाती है।

उनका कार्यकाल 6 वर्ष या 65 वर्ष की आयु तक, जो पहले हो, तक होता है।

नोट- पंचायतों व निगम चुनावों से चुनाव आयोग का कोई संबंध नहीं होता है।


कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

उत्तर प्रदेश पीसीएस 2024 की प्रारंभिक परीक्षा दो दिन कराने की आयोग के फैसले के खिलाफ प्रतियोगी छात्रों ने मचाया बवाल

उत्तर प्रदेश PCS 2024 की प्रारंभिक परीक्षा और RO/ ARO 2023 की प्रारंभिक परीक्षा एक की बजाय दो दिन में कराने के UPPSC के फैसले को लेकर मचे बव...